इलाहाबाद। भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब-जब केंद्र व राज्य में बनी है तब-तब महंगाई बढ़ी है और आज आम जनता महंगाई से परेशान है लेकिन भाजपा की सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है केवल 5 किलो राशन देकर जनता को बेवकूफ बना रही है। त्योहारी मौसम में रसोई का बजट बिगड़ता नजर आ रहा है। मुख्य रूप से रोजाना उपयोग में आने वाली वस्तुओं चीनी, दाल और प्याज की कीमतों में 80 फीसदी तक की बढ़त आई है। अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में चीनी के दाम बढ़कर 12 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गये हैं। वहीं खुदरा बाजार में प्याज 80 रूपए प्रति किलोग्राम के भाव तक बिक रहा है। अरहर दाल की कीमत 165 रूपए प्रति किलो तक पहुंच गई है।
दरअसल, आपूर्ति में कमी व कच्चे तेल की कीमतों में कमी व कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से वैश्विक बाजारों में चीनी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इसका असर घरेलू बाजार में भी चीनी की कीमतों पर दिख रहा है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार घरेलू बाजार में चीनी 45 रुपए प्रति किलो बिक रही है। हालांकि कीमतों पर नियंत्रित करने में सरकार असफल रही है।
अरहर दाल – एक साल में 40 फीसदी बढ़कर 165 रुपए प्रति किलो
अरहर की दाल का दाम इतना ज्यादा बढ़ गया है कि आम जनता को अरहर की दाल नसीब नहीं हो रहा है। इस पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। मंदिर का निर्माण करने में व्यस्त हैं लेकिन आम जनता मंहगाई से कैसे राहत मिले इस पर सरकार को कोई मतलब नहीं है। ये है भाजपा की सरकार।
प्याज 90 फीसदी तक बढ़ गये दाम, अब 80 रूपए प्रति किलो। प्याज के दाम पिछले साल इसी समय 28 रूपए प्रति किलो था। अब यह 80रुपए प्रति किलो के करीब पहुंच गया है आज आम जनता भी बढ़ती हुई महंगाई से परेशान है।