प्रयागराज/इलाहाबाद। भाजपा की सरकार मंहगाई को काबू करने में असफल रही है और जब-जब भाजपा की सरकार केन्द्र व राज्य में बनी है तब-तब महंगाई बढ़ी है। वर्तमान समय में टमाटर कीमत 80 रूपए प्रति किलो तक पहुंच गई है यही नहीं प्याज कीमत 80 रूपए प्रति किलो तक बिक रहा है जिससे आम जनता मंहगाई से जूझ रही है लेकिन सरकार मंहगाई पर ध्यान नहीं दे रही है।
चीनी, दाल और प्याज की कीमतें उच्च स्तर पर
रसोई का बजट बिगड़ता नजर आ रहा है। मुख्य रूप से रोजाना उपयोग में आने वाली वस्तुओं चीनी, दाल और प्याज की कीमतों में 80 फीसदी तक की बढ़त आई है। जिससे आम जनता मंहगाई से जूझ रही है लेकिन सरकार मंहगाई पर लगाम लगाने में असफल रही है व असहाय महसूस कर रही है। सरकार मंदिर व रोड़ बनवाने में व्यस्त है लेकिन जनता मंहगाई से परेशान हो रही है इस पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। बाजार में चीनी के दाम बढ़कर 12 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। वहीं खुदरा बाजार में प्याज भी 80 रुपए प्रति किलो के भाव बिक रहा है। अरहर दाल की कीमत भी 170 रुपए प्रति किलो पहुंच गई है, इस मंहगाई से खासकर गरीब मजदूर जनता परेशान है। सरकार केवल 5 किलो राशन देकर जनता को बेवकूफ बना रही है। जनता भी बेवकूफ बन रही है।
अरहर दाल एक साल में 40 फीसदी बढ़कर 170 रुपए प्रति किलो
अरहर दाल एक साल में 40 फीसदी तक महंगी हो गई है। 31 अक्टूबर 2022 को अरहर दाल की कीमत 110.56 रुपए प्रति किलो थी। लेकिन मौजूदा समय में अरहर दाल 170 रूपए प्रति किलो के भाव से बिक रही है। इसी तरह उड़द दाल का भाव 107 रूपए प्रति किलो से बढ़कर 120 रूपए प्रति किलो बिक रहा है। मूंग दाल 101 रुपए प्रति किलो से बढ़कर 120 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। चना दाल की कीमत भी 75 रूपए प्रति किलो से बढ़कर 90 रूपए प्रति किलो के करीब पहुंच गई है। जिससे आम जनता रोजाना उपयोग में आने वाली वस्तुओं को नहीं खरीद पा रही है।